कोटा
संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीना ने मंगलवार को झालावाड जिले में मनरेगा के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में चल रहे विकास कार्यो तथा समर्थन मूल्य पर जिंसं खरीद केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने युवा व शिक्षित श्रमिकों को विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित करने तथा गेहूं खरीद 20 जून तक पूरा कराने के निर्देश दिये।
मनरेगा कार्याे का किया निरीक्षण-
संभागीय आयुक्त ने झालरापाटन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सलोतिया के ग्राम सहीपुर एवं वृन्दावन में मनरेगा कार्याे का निरीक्षण किया। उन्होंने योजना में श्रमिकों को उनके गांव के नजदीक 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने तथा जन उपयोगी अचल सम्पत्ति का निर्माण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट लाईफ के तहत मनरेगा में कार्य करने वाले युवा एवं शिक्षित श्रमिकों को आरएसएलडीसी के माध्यम से प्रशिक्षण कराकर उन्हें बैंकों के माध्यम से ऋण दिलाते हुए स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए ताकि उन्हें वर्षभर रोजगार उपलब्ध हो सके और मनरेगा पर निर्भरता भी कम हो सके। कार्य स्थल पर कार्य कर रहे श्रमिकों ने जब संभागीय आयुक्त को गांव की पेयजल समस्या से अवगत कराया तो उन्होंने संबंधित अधिकारी को तत्काल कार्य योजना तैयार कर इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने वृन्दावन गांव में चल रहे तलाई निर्माण कार्य स्थल पर तलाई को एल शेप में बनाकर पिंचिंग कार्य कर मॉडल तालाब के रूप में बनाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक बरसात के पानी का ठहराव हो सके। उन्होंने कार्य स्थल पर साफ-सफाई एवं मानसून के दौरान पौधा रोपण करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारी को दिए। उन्होंने कार्य स्थलों पर श्रमिकों को कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए मास्क और साफी भी वितरित की। इस दौरान झालरापाटन विकास अधिकारी को आगामी 3-4 दिवसों में मनरेगा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का शतप्रतिशत निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की खामियों को दूर करने की बात कही। उन्होंने सीओ जिला परिषद् को निर्देशित किया कि वे मनरेगा योजनान्तर्गत श्रमिकों को शतप्रतिशत मानदेय दिलाए जाने के प्रयास करें।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि राज्य में झालावाड़ जिला मनरेगा योजना के अन्तर्गत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में दूसरे स्थान पर है। सम्पूर्ण जिले में 2 लाख 74 हजार के करीब श्रमिकों को मनरेगा योजनान्तर्गत रोजगार मिला हुआ है। निरीक्षण के द्वौरान सीईओ जिला परिषद रामजीवन मीणा, अधिशाषी अभियन्ता राजेन्द्र निमेष, सहायक अभियन्ता हेमन्त सिंह चौधरी एवं विकास अधिकारी झालरापाटन राजेन्द्र गुप्ता उपस्थित रहे।
एमएसपी केन्द्र का किया निरीक्षण-
संभागीय आयुक्त ने महाराजा हरिश्चन्द्र कृषि उपज मंडी झालरापाटन में निरीक्षण के दौरान कहा कि गेहूं, चना, सरसो का समर्थन मूल्य पर पारदर्शिता से की जावे। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ हरबिन्दर ढिल्लन सिंह को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि 20 जून से पूर्व अधिक से अधिक किसानों की जीन्सें क्रय की जा सके ताकि उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने इस दौरान मंडी सचिव हरिमोहन को निर्देशित किया कि वे एमएसपी केन्द्र पर किसानों एवं श्रमिकों के लिए छाया, पेयजल, विद्युत एवं कोविड-19 महामारी की रोकथाम हेतु मास्क, सेनेटाईजर, साबुन से हैण्डवाश, सोशल डिस्टेसिंग की पालना सुनिश्चित कराएं।
Comments